भौगोलिक स्थिति की विशेषताएँ:
- भारत की उत्तरी सीमा हिमालय की ऊँचाईयों से घिरी है।
- दक्षिण में हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर इसकी तटरेखा को घेरे हुए हैं।
- भारत का क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किमी है।
- भारत की मुख्य भूमि का विस्तार 8°4′ उ. से 37°6′ उ. अक्षांश और 68°7′ पू. से 97°25′ पू. देशांतर के बीच है।
स्थानीय समय और मानक याम्योत्तर:
- भारत का मानक याम्योत्तर 82°30′ पू. देशांतर है।
- यह समय अंतर को संतुलित करता है क्योंकि पश्चिम के गुजरात और पूर्व के अरुणाचल प्रदेश के बीच लगभग दो घंटे का समय अंतर होता है।
भारत के पड़ोसी देश
भारत एक विशाल देश है और इसकी सीमाएँ कई देशों से लगती हैं। इसके पड़ोसी देश निम्नलिखित हैं:
- उत्तर में:
- चीन (तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र)
- नेपाल
- भूटान
- पश्चिम में:
- पाकिस्तान
- अफगानिस्तान (पाक-अधिकृत कश्मीर के माध्यम से सीमित)
- पूर्व में:
- बांग्लादेश
- म्यांमार
- दक्षिण में:
- श्रीलंका (पाक जलडमरूमध्य द्वारा अलग)
- मालदीव (समुद्र के माध्यम से नजदीकी)



भारत का भौतिक विभाजन
भारत में भौतिक आकृतियाँ अत्यंत विविधतापूर्ण हैं। यहाँ पर्वत, पठार, मैदान, तट और द्वीपसमूह पाए जाते हैं। निम्नलिखित भारत के भौतिक विभाजन का विवरण दिया गया है:
1. हिमालय पर्वत
- हिमालय पर्वत को “बर्फ का घर” भी कहा जाता है।
- यह भारत के उत्तर में स्थित है और देश के लिए एक प्राकृतिक संतरी का कार्य करता है।
- इसे तीन मुख्य समानांतर शृंखलाओं में बाँटा गया है:
- हिमाद्रि (बृहत हिमालय):
- सबसे उत्तरी और ऊँची शृंखला।
- इसमें विश्व की सबसे ऊँची पर्वत चोटियाँ स्थित हैं।
- हिमाचल (मध्य हिमालय):
- हिमाद्रि के दक्षिण में स्थित है।
- यहाँ कई लोकप्रिय पहाड़ी स्थान हैं, जैसे शिमला, मसूरी, नैनीताल, दार्जिलिंग और मनाली।
- शिवालिक:
- यह सबसे दक्षिणी शृंखला है।
- हिमाद्रि (बृहत हिमालय):
2. उत्तरी मैदान
- हिमालय के दक्षिण में स्थित।
- सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र और उनकी सहायक नदियों द्वारा लाए गए जलोढ़ निक्षेपों से बने हैं।
- ये मैदान अत्यंत उपजाऊ हैं और कृषि के लिए उपयुक्त हैं।
- जनसंख्या घनत्व यहाँ अधिक है।
3. भारतीय महामरुस्थल (थार रेगिस्तान)
- यह भारत के पश्चिमी भाग में स्थित है।
- यह क्षेत्र शुष्क, गर्म और रेतीला है।
- यहाँ वनस्पति बहुत कम है।
4. प्रायद्वीपीय पठार
- यह भारत के दक्षिण में स्थित है और त्रिभुजाकार आकृति का है।
- यह क्षेत्र ऊँचा-नीचा है और यहाँ कई पहाड़ी शृंखलाएँ हैं:
- अरावली शृंखला: विश्व की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला।
- विंध्य और सतपुड़ा: इनसे होकर नर्मदा और तापी नदियाँ बहती हैं।
- पश्चिमी घाट (सह्याद्रि): पश्चिमी तट के समानांतर फैले हैं।
- पूर्वी घाट: ये असमान और बीच-बीच में टूटे हुए हैं।
- इस क्षेत्र में कोयला और लौह अयस्क जैसे खनिज प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
5. तटीय मैदान
- पश्चिमी और पूर्वी घाट के बीच स्थित हैं।
- पश्चिमी तटीय मैदान:
- सँकरे और अरब सागर के किनारे स्थित।
- पूर्वी तटीय मैदान:
- चौड़े और बंगाल की खाड़ी के किनारे स्थित।
- यहाँ की नदियाँ, जैसे महानदी, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी, उपजाऊ डेल्टा बनाती हैं।
6. सुंदरबन डेल्टा
- यह गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियों के संगम पर स्थित है।
- यह विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा है।
विशेषताएँ:
- पर्वतीय क्षेत्र: प्राकृतिक संतरी और जलस्रोत।
- मैदान: कृषि के लिए उपजाऊ।
- पठार: खनिज संपदा का भंडार।
- तटीय क्षेत्र: मत्स्य पालन और व्यापार के लिए उपयुक्त।
- डेल्टा: अत्यंत उपजाऊ क्षेत्र।