मोनॉकॉटिलिडनी (एकबीजपत्री) के सामान्य लक्षण (General Characteristics of Monocotyledons):
मोनॉकॉटिलिडनी, या एकबीजपत्री (Monocots), पौधों का एक समूह है, जिसमें बीज में केवल एक बीजपत्र (cotyledon) होता है। ये पौधे विभिन्न प्रकार के होते हैं और कई महत्वपूर्ण कृषि, औद्योगिक और आहार स्रोतों के रूप में योगदान करते हैं। इनके कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
- अपस्थानिक जड़ें (Adventitious Roots):
- इनमें अपस्थानिक जड़ें होती हैं, जो कि मुख्य रूप से तने या अन्य भागों से उत्पन्न होती हैं।
- समानान्तर शिराविन्यास (Parallel Venation):
- इनकी पत्तियों में समानान्तर शिराविन्यास (parallel venation) पाया जाता है, यानी पत्तियाँ ऐसी होती हैं जिनकी शिराएँ एक-दूसरे के समानांतर होती हैं।
- बीजपत्र की संख्या (Number of Cotyledons):
- इनके बीजों में केवल एक बीजपत्र (cotyledon) होता है। यही कारण है कि इन्हें ‘एकबीजपत्री’ (Monocot) कहा जाता है।
- पुष्प संरचना (Floral Structure):
- इनके पुष्प त्रितयी (trimerous) होते हैं, अर्थात पुष्प में प्रायः 3, 6, या 9 भाग होते हैं, जैसे 3 या 6 पंखुड़ियाँ।
- संवहन पूल का वितरण (Vascular Bundle Arrangement):
- इनमें संवहन पूल (vascular bundles) बिखरे होते हैं। इनका संवहन पूल तने में बिखरे हुए होते हैं, जबकि द्विबीजपत्री पौधों में ये रिंग के रूप में व्यवस्थित होते हैं।
- द्वितीयक वृद्धि का अभाव (Lack of Secondary Growth):
- इनमें द्वितीयक वृद्धि (secondary growth) नहीं पायी जाती है, यानी इनकी लकड़ी या तना मोटा नहीं होता। इन्हें केवल प्राथमिक वृद्धि (primary growth) ही होती है।
मोनॉकॉटिलिडनी की श्रेणियाँ और कुल (Series and Families):
मोनॉकॉटिलिडनी को 7 श्रेणियों (Serieses) और 34 कुलों (Families) में वर्गीकृत किया गया है:
श्रेणियाँ (Series):
- माइक्रोस्पर्मी (Microspermat): इसमें छोटे आकार के बीज वाले पौधे शामिल होते हैं।
- एपिगाड़नी (Epigyear): इस श्रेणी के पौधे भूमिगत उत्पत्ति से ऊर्ध्वमुखी वृद्धि करते हैं।
- कोरोनेरी (Coronarieae): इसमें फूलों का रूप और पुष्पक आवरण विशेष होते हैं।
- कैलिसिनी (Calycineae): यह श्रेणी उन पौधों की होती है जिनके पुष्प का कैलिक्स (calyx) विशेष रूप से विकासशील होता है।
- न्यूडीफ्लोरी (Nudiflorae): इसमें पुष्प खुले होते हैं और इनका आवरण सामान्य रूप से नहीं होता।
- ऐपोकापी (Apocarpae): इस श्रेणी में स्त्री जननांग (carpel) अलग-अलग होते हैं।
- ग्लूमेसी (Glumaceae): इसमें घास और अन्य संबंधित पौधे आते हैं।
इन विशेषताओं और श्रेणियों के आधार पर, मोनॉकॉटिलिडनी पौधों की विविधता और उनके भौतिक और संरचनात्मक लक्षणों को समझा जा सकता है।