विश्व के प्रमुख वानस्पतिक उद्यान (Major Botanical Gardens of the World)

एक आधुनिक वानस्पतिक उद्यान में निम्न प्रकार के पौधे लगाये जाते हैं और संरक्षित रखे जाते हैं-

1. कृषि में उपयोगी पौधों की विभिन्न प्रजातियाँ,

2. औषधीय एवं अन्य महत्व वाले पौधे,

3. विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में पाये जाने वाले पौधे एवं

4. धर्म ग्रंथों एवं साहित्यों में उल्लेखित पौधे।

विश्व के प्रमुख वानस्पतिक उद्यान

1. रॉयल बॉटेनिकल गार्डन, एडिनबर्ग, स्कॉटलैण्ड (Royal Botanical Garden, Edinburg, Scotland)-

इस वानस्पतिक उद्यान की स्थापना 1670 में की गई थी। यह विश्व का सबसे प्राचीनतम वानस्पतिक उद्यान है। जे. सदरलैण्ड (J. Sutherland) इस उद्यान के प्रथम डायरेक्टर थे। यह उद्यान मुख्यतः सुन्दर पुष्पों वाले रोडोडेन्ड्रॉन (Rhododendron) के लिए प्रसिद्ध है। इसकी स्थापना 1760 में की गई

2. रॉयल बॉटेनिकल गार्डन, किव, इंग्लैण्ड (Royal Botanical Garden, Kew, England)

यह विश्व का सबसे बड़ा वानस्पतिक उद्यान है जो कि लगभग 200 एकड़ क्षेत्र में विकसित है। जे.डी. हूकर (J.D.के प्रथम निर्देशक थे। इस उद्यान की विशेषतायें इस प्रकार हैं-

( इस उद्यान में पाम हाउस (Palm house) तथा एक वृहत् हर्बेरियम उपलब्ध है।

(ii) यहाँ पर अल्पाइन हाउस, गुलाब उद्यान, बाँस उद्यान तथा लिली तालाब स्थापित हैं।

(iii) यहाँ पर हर्बेरियमों में पौधों के 70,00,000 प्रतिरूप संरक्षित हैं। (iv) इस उद्यान के काँच घर में लगभग 13,000 पादप प्रजातियों के जीवित नमूने उपस्थित हैं।

3. इण्डियन बॉटेनिकल गार्डन, शिबपुर, कोलकाता (Indian Botanical Garden, Shibpur, Kolkata)-

इस उद्यान की स्थापना सन् 1787 में की गई है। यह उद्यान 273 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यह एशिया का सबसे बड़ा वानस्पतिक उद्यान है। इस उद्यान की प्रमुख विशेषतायें निम्नानुसार हैं- (i) यहाँ पर पौधों की लगभग 12,000 प्रजातियाँ उपस्थित हैं।

(i) यहाँ पर लोटस गार्डन पूल, पुष्प उद्यान, वाटर लिली की झील, नर्सरी, पाम हाउस तथा इकोनॉमिक गार्डन भी स्थापित हैं।

(ii) इस उद्यान में ऑकिंड्स (Orchids) एवं पेन्डेनस (Pandanus) का विशाल संग्रह है। (iv) इस उद्यान में बरगद का एक विशाल वृक्ष है जो कि लगभग 200 वर्ष पुराना है।

4.नेशनल बॉटनिकल गार्डन, लखनऊ (National Botanical Garden, Lucknow) –

इसे सिकन्दर बाग के नाम से भी जाना जाता है। यह गोमती नदी के किनारे लगभग 75 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इस उद्यान में फर्म हाउस (Fern house), पाम हाउस (Palm House), कैक्टस हाउस (Cactus house), सिट्रम के बगीचे तथा शोभाकार पौधों का विशाल संग्रह है। इस उद्यान में लगभग 40,000 पादप नमूने हैं। इसके साथ-साथ यहाँ पर 85,000 पादप हर्बेरियम भी संरक्षित हैं।

5.लॉयड बॉटनिकल गार्डन, दार्जिलिंग (Lloyd Botanical Garden,

इसकी स्थापना 1878 में की गई थी। यह उद्यान हिमालय क्षेत्र के दार्जिलिंग में 40 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इस उद्यान में 30,000 पादप हर्बेरियम के नमूने संरक्षित हैं। उस उद्यान में अल्पाइन एवं कोनीफर पौधों का विशाल संग्रह है। यहाँ पर टूरिस्ट रिसॉर्ट एवं रॉक उद्यान (Rock garden) तथा एक अत्याधुनिक ऑर्किड हाउस भी हैं जिनमें ऑर्किड्स की 2,000 प्रजातियाँ संरक्षित हैं।

6.वन अनुसंधान संस्थान, वानस्पतिक उद्यान, देहरादून (Forest Research Institute, Botanical Garden, Dehradun)—

इस उद्यान की स्थापना 1874 में हुई थी। यह भारतवर्ष का सबसे अच्छा वानस्पतिक उद्यान है। यहाँ पर 3,00,000 पादप प्रतिरूप हैं। यहाँ पर फर्न का विशाल संग्रह है। यह उद्यान शैक्षणिक भ्रमण के साथ-साथ अनुसंधान कार्य के लिये अत्यधिक उपयोगी है।

7. वानस्पतिक उद्यान इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद, उ.प्र. (Botanical Garden Allahabad University, Allahabad,
U.P.)-

यह वानस्पतिक उद्यान इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वनस्पति विभाग से संबंधित हैं। इस उद्यान में पौधों की लगभग 1,500 प्रजातियाँ तथा 15,000 शुष्क हर्बेरियम स्पेसिमेन सुरक्षित हैं। यहाँ पर शैवाल, ब्रायोफाइट्स, टेरिडोफाइट्स, जिम्नोस्पर्म एवं आवृत्तबीजियों की प्रजाजियाँ सुरक्षित हैं।

8.वानस्पतिक उद्यान, सागर विश्वविद्यालय, सागर, म.प्र. (Botanical Garden Sagar University, Sagar, M.P.) –

यह उद्यान सागर विश्वविद्यालय के वनस्पति शास्त्र के अधीन है। यह भारतवर्ष के विश्वविद्यालयों में से सबसे विशाल है। यहाँ पर रॉडल्फिया सर्पेन्टाइना, राउल्फिया टेट्राफाइला, रूटा, आमाहल्दी, बैंकोपा, सेन्टेला, कपूर, अशोक, केशिया एवं तुलसी की प्रजातियों का संग्रह है। इसके साथ-साथ यहाँ पर पाम (Paim) की बहुत-सी प्रजातियाँ, फाइकस कृष्णी, इफेड्रा फोलिएटा, सायकस, जूनीफेरस, जिंगो बाइलोबा, अधिस टैक्सोडियम, क्यूप्रेस, पाइनस रॉक्सबगाई जैसे पौधे सुरक्षित हैं।