पत्र कक्षा 5 हिन्दी
132, सी-1 शाहदरा दिल्ली
20 नवम्बर 2010
प्रिय मीना,
नमस्ते।
बड़े दिन की छुट्टियाँ होने वाली हैं। तुम कुछ दिनों के लिए दिल्ली अवश्य आना। तुम्हें याद होगा कि पिछले वर्ष हमने कितनी मौज-मस्ती से छुट्टियाँ बिताई थीं। अप्पूघर, चिड़ियाघर, गुड़ियाघर की सैर करने में कितना मजा आया था। हम लाल किला और कुतुबमीनार भी देखने गए थे। याद है, नंदा तो कुतुबमीनार की ऊँचाई देखते-देखते पीछे को ही लुढ़क गई थी। इस साल भी नंदा अपने भाई के साथ आ रही है।
इस बार एक नया आकर्षण तुम्हारी प्रतीक्षा कर रहा है। मेट्रो रेल के बारे में तुमने सुना या पढ़ा ही होगा। अभी तक मेट्रो रेल केवल कोलकाता में ही प्रचलित थी; पर दिल्ली में भी कई क्षेत्रों में चलाई जा रही है। सचमुच मेट्रो रेल में यात्रा करने का आनंद ही कुछ और है। अब मेट्रो रेल का जाल पूरी दिल्ली में बिछाया जा रहा है। इसकी पटरियाँ सड़क से ऊपर खंभों पर (ओवर ब्रिज) बिछाई गई हैं। कहीं-कहीं ये भूमि के नीचे भी हैं। कोलकाता की तरह दिल्ली की मेट्रो रेल पूर्णरूप से भूमिगत नहीं है। साफ-सुथरी दौड़ती तेज गाड़ी में शाहदरा से सफर करते हुए कब कश्मीरी गेट आ जाता है, पता ही नहीं चलता। बसों की धक्का-मुक्की और लंबी कतारों से राहत मिल गई है।
मेट्रो रेल के डिब्बे दक्षिण कोरिया से बनकर आए हैं। इसके दरवाजे स्वचालित हैं जो गाड़ी के रुकते ही या चलते ही अपने आप खुल या बंद हो जाते हैं। जगह-जगह मेट्रो रेलवे स्टेशन बनाए गए हैं जो बहुत सुंदर और सुविधापूर्ण हैं। काउंटर से टिकट या टोकन लेकर ही प्लेटफार्म पर प्रवेश किया जा सकता है और टोकन को एक मशीन में वापस डालकर ही बाहर आया जा सकता है। गाड़ी में प्रत्येक स्टेशन आने से पूर्व उसके नाम की घोषणा की जाती है जिससे यात्रियों को अपने निश्चित स्टेशन के आने का पता चल जाता है। गाड़ी के इलेक्ट्रानिक सूचना बोर्ड पर स्टेशन आने के पूर्व उसका नाम अंकित हो जाता है। तुम तो जानती ही हो कि देश की राजधानी और महानगर होने के कारण दिल्ली की आबादी कितनी तेजी से बढ़ी है। यहाँ की अधिकांश जनता को कामकाज के लिए प्रतिदिन एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना-आना पड़ता है। इसी कारण दिल्ली की सड़कों पर बसों और वाहनों की संख्या भी बहुत अधिक हो गई है जिससे प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। इन समस्याओं को हल करने में मेट्रो रेल काफी मददगार होगी। मेट्रो रेल का कार्य बड़ी तेजी से प्रगति पर है। और अगले कुछ वर्षों में इसके पूरे हो जाने की संभावना है। कल्पना करो तब दिल्ली कितनी आकर्षक और सुखद हो जाएगी।
अभी तुम दिल्ली आओगी तो यहाँ का बदला रूप देखकर आश्चर्य करोगी। मैं तुम्हारी प्रतीक्षा करूँगी। चाचा जी और चाची जी को मेरा प्रणाम कहना ।
कांता
प्रश्न और अभ्यास
प्रश्न 2. पत्र में पत्र भेजने वाला अपना पता कहाँ लिखता है?
उत्तर – पत्र में पत्र भेजने वाला अपना पता पत्र के ऊपर दाँई और लिखता है।
प्रश्न 3. मेट्रो रेल्वे स्टेशन की क्या विशेषता है?
उत्तर – मेट्रो रेल्वे स्टेशन जमीन के नीचे और ऊपर दोनों जगह होते हैं। ये रेल्वे स्टेशन सुविधापूर्ण होते हैं और बहुत सुंदर होते हैं।
प्रश्न 4. मेट्रो रेल के डिब्बे किस देश से बनकर आये हैं ।
उत्तर – मेट्रो रेल के डिब्बे दक्षिण कोरिया से बनकर आये हैं।
प्रश्न 5. मेट्रो रेल के चलने से किस समस्या से छुटकारा मिल गया है ?
उत्तर- मेट्रो रेल के चलने से बसों की धक्का-मुक्की और लम्बी कतारों से छुटकारा मिल गया है ।
प्रश्न 6. दिल्ली की आबादी क्यों बढ़ती जा रही है?
उत्तर— देश की राजधानी और महानगर होने के कारण दिल्ली की आबादी बढ़ती जा रही है।
प्रश्न 7. दिल्ली की सड़कों पर वाहनों की संख्या क्यों बढ़ती जा रही है?
उत्तर- यहाँ की अधिकांश जनता को कामकाज के लिए प्रतिदिन एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना आना पड़ता है। इसी कारण दिल्ली की सड़कों पर वाहनों को संख्या बढ़ती जा रही है।
प्रश्न 8. मेट्रो रेल के यात्रियों को स्टेशन आने का पता कैसे चलता है ?
उत्तर – मेट्रो रेल के यात्रियों को स्टेशन आने का पता गाड़ी के इलेक्ट्रॉनिक सूचना बोर्ड से चलता है। उस बोर्ड पर स्टेशन आने के पूर्व उसका नाम अंकित हो जाता है।
प्रश्न 2. निम्नलिखित पंक्तियों के खाली स्थानों पाठ के आधार पर उचित शब्द चुनकर भरो-
(क) तुम कुछ दिनों के लिए दिल्ली अवश्य आना ।।
(दिल्ली/मुंबई)
(ख) कुतुबमीनार की ऊंचाई देखते हुए नन्दा (ऊँचाई / लंबाई) लुढ़क गई थी।
(ग) काउंटर से टिकिट या टोकन लेना चाहिए।
(प्लेटफार्म काउंटर)
(घ) मेट्रो रेल का कार्य तेज गति से चल रहा है।
(धीमी / तेज)
(ङ) दिल्ली की आबादी तेजी से बढ़ी है।
(घटी/ बढ़ी) है।
प्रश्न 3. सोचो और लिखो- –
(क) हम किसी को पत्र क्यों लिखते हैं ?
उत्तर- हम किसी भी प्रकार की जानकारी एक दूसरे को देने के लिए पत्र लिखते हैं ।
(ख) बड़ों को पत्र लिखते समय सम्बोधन में क्या लिखा जाता है ?
उत्तर- बड़ों को पत्र लिखते समय सम्बोधन में आदरणीय या पूज्यनीय लिखा जाता है ।
(ग) अपने से छोटों को पत्र लिखते समय सम्बोधन में क्या लिखना चाहिए ?
उत्तर- अपने से छोटों को पत्र लिखते समय प्रिय या स्नेहिल लिखना चाहिए।
(घ) पत्र में पता लिखते समय पिन कोड क्यों लिखना चाहिए ?
उत्तर- पत्र में पता लिखते समय पिन कोड लिखना त्चाहिए इससे पत्र सही जगह पर अतिशीघ्र पहुँचता है।
प्रश्न 4. इस टिकट को देखो और नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर लिखो-
(क) इस टिकट में कितने लोगों ने यात्रा की ?
उत्तर – इस टिकट में एक ने यात्रा की।
(ख) यह टिकट कहाँ से कहाँ तक की है ?
उत्तर- यह टिकट नयी दिल्ली से लखनऊ तक की है।
(ग) इन दोनों स्थानों के बीच की दूरी कितनी है?
उत्तर- इन दोनों स्थानों के बीच की दूरी 493.कि.मी. है।
(घ) किराये के लिये कितने पैसे चुकाए गए ?
उत्तर – किराये के लिये छः सौ पैंतालीस (645) रुपये चुकाए गए।
(ङ) टिकट धारकों की आयु क्या है ?
उत्तर- टिकट धारकों की आयु 29 वर्ष है।